तहसीलदार और एसडीएम में अंतर क्या होता है? (Tehsildar aur SDM mein antar kya Hota Hai)

Telegram Group (Join Now) Join Now
WhatsApp channel (Join Now) Join Now

तहसीलदार और एसडीएम में अंतर क्या होता है (tehsildar aur SDM mein antar kya Hota Hai) | तहसीलदार कौन होता है | तहसीलदार का काम क्या होता है | एसडीम कौन होता है | एसडीएम का काम क्या होता है | एसडीएम और तहसीलदार की सैलरी कितनी होती है |

यदि तहसीलदार की बात करें जिसको की तालुका भी कहते हैं, जिसके द्वारा तहसील के सारे कार्यो का संचालन किया जाता है,  वही यदि एसडीम यानी सब डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट की बात करें तो यह एक सरकारी अधिकारी होता है जो की उन्हें उप जिला अधिकारी कहां जाता है।

परंतु बहुत सारे लोगों के मन में यह सवाल होता है कि तहसीलदार और एसडीम के बीच क्या अंतर है, इसके साथ ही लोग यह भी सोचते हैं कि इन दोनों अधिकारियों में से कौन सा अधिकारी ज्यादा बड़ा है।

यदि आपके मन में भी इस प्रकार के सवाल आते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर है, क्योंकि यहां आपको हम बताने वाले हैं कि तहसीलदार और एसडीएम में अंतर क्या होता है, साथी इससे जुड़ी कहीं अन्य बातों जैसे कि इन अधिकारियों के कार्यों के बारे में भी जानेंगे, इसलिए आज के इस आर्टिकल को ध्यान पूर्वक पढे और हमारे साथ अंत तक बन रहे।

तहसीलदार और एसडीएम में अंतर क्या होता है? (Tehsildar aur SDM mein antar kya Hota Hai)

तहसीलदार और एसडीएम में अंतर क्या होता है? (Tehsildar aur SDM mein antar kya Hota Hai)

तो जैसा की हम बात कर रहे हैं एसडीएम और तहसीलदार के पदों की तो इन दोनों ही पदो के सिनियोरिटी और कार्यों में काफी अंतर होता है, इसके साथ ही इसके प्रमोशन और सिलेक्शन की प्रक्रिया में भी अंतर होता है, तहसीलदार का चुनाव पीसीएस यानी स्टेट पब्लिक सर्विस कमिशन के तहत किया जाता है, इनका कार्य रेवेन्यू से जुड़ा होता है, इसके साथ ही इनका ट्रांसफर सिर्फ राज्यों तक ही सीमित होता है, वहीं यदि बात की जाए एसडीएम की तो एक एसडीएम का चयन यूपीएससी यानी की यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के तहत किया जाता है।

एसडीएम (SDM)तहसीलदार
एसडीएम एक आईएएस अधिकारी होा है।किसी जिले के तहसील का सबसे मुख्य अधिकारी तहसीलदार होता है।
यूपीएससी का एग्जाम देने के बाद एसडीम बन जाता है।पीसीएस का एग्जाम देकर तहसीलदार बन जाता है।
एसडीएम अपने क्षेत्राधिकार के तहत भूमि से जुड़े सभी दस्तावेजों पर नियंत्रण रखता है।तहसीलदार बनने के लिए सबसे पहले आपको नायब तहसीलदार बनना पड़ता है।
निर्वाचन संबंधित कार्य को देखना और निष्पक्ष तरीके से कार्य करना एक एसडीएम का कार्य होता है।नया तहसीलदार बनने के 2 वर्ष के बाद आप तहसीलदार बन सकते हैं।
एक एसडीएम के द्वारा अनुसूचित जाति जाति प्रमाण पत्र से संबंधित दस्तावेज बनवाये जाते हैं।तहसीलदार अपने तहसील के क्षेत्र अनुसार किसानों से मिलजुलकर कृषि से संबंधित सभी योजनाओं के बारे में जानकारी देता है।

Also Read: तहसील का सबसे बड़ा अधिकारी कौन होता है?, जानिए उनकी महत्वपूर्ण भूमिका (Tehsil Ka Sabse Bada Adhikari Kaun Hota Hai) 2023

तहसीलदार कौन होते हैं?

भारत में प्रत्येक जिले को कुछ तहसील में विभाजित किया गया है, इसका कारण यह है कि पूरे इलाके की जमीन, राजस्व कार्यभार और टैक्स को विभाजित किया जा सके, इस प्रकार के तहसील के सर्वोच्च सरकारी को तहसीलदार कहते हैं।

तहसीलदार वह होता है, जो अपने क्षेत्र के किसानों से मिलकर उनकी जो भी समस्या हो उसका समाधान करें, तहसीलदार का एक कार्य या भी होता है कि प्राकृतिक आपदा या अन्य माध्यम से हुए फसलों की क्षतिपूर्ति का रिकॉर्ड वह रखें, इसके साथ ही उसे रिकॉर्ड को तैयार करके राज्य सरकार के पास भेजें।

तो अब तहसीलदार के अंतर्गत आने वाले कार्यों के बारे में बात करते हैं,

तहसीलदार के कार्य क्या होते हैं?

तहसीलदार के अंतर्गत कई सारे कार्य किए जाते हैं, जो कि नीचे निम्नलिखित है,

  • एक तहसीलदार अपने क्षेत्र की खेती, मौसम और तहसील के जमीन से संबंधित सारे रिकॉर्ड को अपने पास रखता है।
  • एक तहसीलदार अपने क्षेत्र के किसानों के सारे फसलों का रिकॉर्ड अपने पास रखता है और फिर उसे रिकॉर्ड की रिपोर्ट तैयार करके राज्य सरकार के पास भेजता है।
  • जिले के अंदर आने वाले तहसील के जमीनी विवाद से जुड़े सारे कार्यों की देखरेख तहसीलदार के द्वारा की जाती है।
  • एक तहसीलदार अपने क्षेत्राधिकार में सभी किसानों से बहुत ही मिलजुल कर उसकी समस्याओं का समाधान करता है।

तो अब हम एसडीम कौन होता है इसके बारे में बात करते हैं,

एसडीम कौन होता है?

एसडीम का फुल फॉर्म सबडिवीजन मजिस्ट्रेट होता है, जिसको की हिंदी में हम यूपी जिला प्रभागीय न्यायाधीश के नाम से भी जानते हैं, एसडीएम एक सरकारी अधिकारी होता है, जो कि जिले में हो रहे सभी प्रकार के राजस्व गतिविधियों के लिए जिम्मेदार होता है, एक जिले में जितने इलाकों को तहसील में विभाजित किया गया है वह सारे तहसील की जानकारी एसडीम को दी जाती है, एक एसडीएम जिले के सभी किसान, जमीन, पुलिसकर्मी और अन्य राजस्व कार्य से संबंधित व्यक्तियों की जानकारी डीएम यानी डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को देता है।

Also Read: एसडीएम को मिलने वाली सुविधाएं (SDM Ko Milne Wali Suvidhaye)

तो अब हम एसडीएम के अंतर्गत आने वाले कार्यों के बारे में बात करते हैं,

एसडीम के कार्य क्या होते हैं?

एक एसडीएम अर्थात सब डिविजनल मजिस्ट्रेट के कई सारे कार्य होते हैं, जो कि नीचे निम्नलिखित है,

  • एक एसडीएम का का कार्य वोटिंग निरपक्ष रूप से करवाने का होता है।
  • एक एसडीएम अपने क्षेत्राधिकार से जोड़ी सारी भूमि के दस्तावेज अपने अधिकार में रखता है।
  • जिला में किसी भी प्रकार के दंगे फसाद की जानकारी एक एसडीएम ही सरकार तक पहुंचाता है।
  • एक एसडीएम का कार्य अपने क्षेत्र की दुर्घटना पर जाकर पूर्ण रूप से जांच करना और और पीड़ितों को सरकार द्वारा मुआवजा दिलवाना होता है।
  • एक एसडीएम के कार्यों के अंतर्गत जिला के सभी निवासियों के दस्तावेजों को सही तरीके से बनवाने की भी जिम्मेदारी होती है।

तो अब हम एसडीएम और तहसीलदार की सैलरी के बारे में बात करते हैं,

एसडीएम और तहसीलदार की सैलरी कितनी होती है?

एसडीम जो की एक आईएएस अधिकारी होता है, उसे ग्रेड पे के रूप में 56100 से लेकर 170000 तक वेतन के रूप में दिया जाता है। एक एसडीएम को रुपया मिलने के साथ-साथ सरकार की ओर से एक सरकारी गाड़ी, सरकारी आवास, नौकर चाकर और एक गार्ड आदि दिया जाता है, जिसका खर्चा सरकार द्वारा उठाया जाता है।

तहसीलदार जो की एक पीसीएस अधिकारी होता है, जिसका चयन ग्रुप बी के अंतर्गत किया जाता है, उसे वेतन के रूप में ₹47600 से लेकर ₹1,51,100 रुपए तक दिए जाता है। इसके अलावा एक तहसीलदार को सरकार द्वारा आवंटित फ्लैट, सरकारी गाड़ी और नौकर से आकर आदि की सुविधा दी जाती है।

FAQs | तहसीलदार और एसडीएम में अंतर क्या होता है (Tehsildar aur SDM mein antar kya Hota Hai) |

तो यदि आप तहसीलदार और एसडीएम में अंतर के अलावा इसके बारे में अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप निम्नलिखित प्रश्नों और उसके नीचे दिए गए उत्तरों को अवश्य पढ़ें।

#1. एसडीएम और तहसीलदार में बड़ा कौन होता है?

एसडीएम तहसीलदार से बड़ा होता है, एक तहसीलदार का पद एसडीएम के पद से छोटा होता है।

#2. तहसीलदार का दूसरा नाम क्या है?

तहसीलदार का दूसरा नाम तालुकदार है, तहसीलदार को भारत के कुछ राज्यों में तालुकदार के नाम से भी जाना जाता है।

Also Read: एसडीओ और एसडीएम के बीच का अंतर (SDO and SDM Difference in Hindi)

निष्कर्ष | तहसीलदार और एसडीएम में अंतर क्या होता है (Tehsildar aur SDM mein antar kya Hota Hai) |

आज के इस आर्टिकल में हमनें तहसीलदार और एसडीएम में अंतर क्या होता है इसके बारे में जाना, इसके साथ ही इससे जुड़ी कई अन्य बातों के बारे में भी जाना।

हमने इस आर्टिकल में तहसीलदार कौन होता है और उसके कार्य क्या होते हैं इसके बारे में बात की और साथ ही में एसडीम कौन होता है और उसके कार्य क्या होते हैं इसके बारे में भी बात की, इसके अलावा हमने तहसीलदार और एसडीएम की सैलरी कितनी होती है इसके बारे में भी जाना।

आशा है आज का यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। यदि इस आर्टिकल से संबंधित आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप हमें नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर बता सकते हैं।

Telegram Group (Join Now) Join Now
WhatsApp channel (Join Now) Join Now

Leave a Comment